रणथंभौर - कैलादेवी अभ्यारण्य के ईको सेन्सेटिव जोन का निर्धारण शीघ्र

धौलपुर। करौली-धौलपुर सांसद डा. मनोज राजोरिया ने सोमवार को केन्द्रीय वन
एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होनें
अपने संसदीय क्षेत्र करौली - धौलपुर के करौली जिले एवं समीपवर्ती जिले
सवाई माधोपुर में फैले हुए रणथम्भौर-कैलादेवी अभ्यारण्य  का ईको -
सेन्सेटिव जोन निर्धारित करने हेतु निवेदन किया। उन्होंने बताया कि उक्त
अभ्यारण्य का ईको - सेन्सेटिव जोन निर्धारित नहीं होने से इसके चारों ओर
10 किमी परिक्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो गया है। खनन करौली जिले में
रोजगार का मुख्य स्त्रोत था, परन्तु उक्त सेन्सेटिव जोन के निर्धारण नहीं
होने के कारण यह व्यवसाय बन्द होने के कगार पर है। इसके अतिरिक्त इस
क्षेत्र में सडक, लाईट जैसी मूलभूत सुविधाऐं विकसित करने में समस्याऐं आ
रही हैं। इससे संपूर्ण करौली जिले के विकास पर प्रभाव पड रहा है। इसके
अतिरिक्त सांसद डा. मनोज राजोरिया ने माननीय वन एवं पर्यावरण मंत्री के
समक्ष पर्यावरण स्वीकृति नहीं मिल पाने के कारण वैध बजरी खनन की स्वीकृति
नहीं मिल पाने से बढ रहे अवैध बजरी खनन के संबंध में भी अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि मेरे संसदीय क्षेत्र करौली - धौलपुर के दोनों ही जिले
अवैध बजरी खनन से पीडित हैं। इसके अतिरिक्त सांसद राजोरिया ने खातेदारी
जमीन पर बजरी खनन हेतु स्वीकृति के संबंध में भी मांग केन्द्रीय मंत्री
के समक्ष रखी।