बैंकों की हड़ताल रही, बैंक कर्मियों ने जताया रोष


बैंककर्मियों ने रखी हड़ताल,जताया रोष
धौलपुर। भारतीय स्टेट बैंक शाखा कचहरी परिसर धौलपुर के समक्ष यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक युनियंस के आह्वान पर हड़ताल कर धरना एवं प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमे सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बेंकों के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर रहे हड़ताली बैंक कर्मियों की मुख्य मांगे “शीघ्र एवं सम्मानजनक वेतन समझोता, पाँच दिवसीय कार्य सप्ताह, नियमित कार्य समय निर्धारण, पुरानी पैंशन बहाली, रिटायर्ड़ बैंक कर्मचारियों के लिये पैंशन रिवीजन” रही, धौलपुर मे हड़ताल के स्वरूप सभी बैंक बंद रहे जिसके कारण लगभग दो सौ करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ। धरने के दौरान एसबीआईएसए के संगठन सचिव अखिलेश कुमार गोला ने कहा कि हड़ताल कभी भी हमारा शौक़ नही रहा परंतु इंडियन बैंक एसोशिएसन एवं भारत सरकार के अड़ियल रवैये के कारण हम बैंकर्स को हड़ताल का रुख अख़्तियार करना पड़ा, आईबीए ने वेतन समझोता को नवम्बर 2017 से लंबित कर रखा है जिसकी शुरुआत  आईबीए ने दो प्रतिशत इंक्रीमेंट देकर की, एक वो दौर था जब एक बैंक अधिकारी का  वेतन एक आईएएस अधिकारी के वेतन से अधिक था परंतु वर्तमान समय मे स्थिति एकदम उलट है, आज 27 माह के उपरांत भी आईबीए 13.25% का ऑफर दे रहा है जो कि काफी कम है इसी क्रम मे बैंक ऑफ बड़ोदा के प्रबंधक पिंटू परमार जी ने कहा वेतन समझोता शीघ्र एवं सम्मानजनक रूप से लागू किया जाए तथा पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए। हड़ताली कर्मियों मे बैंक ऑफ बड़ोदा से पिंटू परमार , सौरभ शर्मा जी बैंक ऑफ इंडिया से गिरीश शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक से आर पी वर्मा, भारतीय स्टेट बैंक से अमित गुप्ता , रामजीलाल महोर जी, जीतेश गर्ग एवं  ज्योति कुमार  के साथ अन्य सभी बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल रहे।