संस्कारों के रोपण से ही देश और समाज का कल्याण : सियाराम दास

धौलपुर। शहर के रोजगार कार्यालय परिसर स्थित में चल रही श्रीमद भागवत कथा
में श्रद्वालुओं की भीड उमड रही है। भागवत कथा का यह आयोजन 9 दिसंबर तक
चलेगा तथा 9 दिसंबर को हवन एवं पूर्णाहुति के साथ कथा का समापन किया
जाएगा। भागवत कथा में प्रख्यात कथावाचक सियाराम दास महाराज ने कहा कि
कलियुग में भागवत कथा का श्रवण मन बांछित फलों को देने वाला है। भागवत
कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य को बड़े पुण्य की प्राप्ति होती है। कथा
वाचक सियाराम दास महाराज ने कहा कि भगवान का नाम लेने मात्र से कलयुग में
जीवन सफल हो जाता है। उन्होंने कहा कि मातृ भक्ति, पित्र भक्ति और गुरु
भक्ति जैसे संस्कार बाल्यकाल में ही माता पिता को बच्चों को सिखाने
चाहिए। उनहोंने कहा कि संस्कारों के रोपण से ही देश और समाज का कल्याण हो
सकता है। आज के युग में जो समय परिवर्तन हो रहा है, उससे माता-पिता अपने
बच्चों को शिक्षा दें। उन्होंने कहा कि एक गुरु ही ऐसा प्राणी है जो जीवन
रूपी मझदार को किनारे लगाता है। इस दौरान विभिन्न कथाओं के माध्यम से
श्रोताओं को ज्ञानवर्धन किया गया।  भागवत कथा के परीक्षित श्रीनिवास
शर्मा एवं विरमा देवी ने बताया कि भागवत कथा का आयोजन 9 दिसंबर तक चलेगा
तथा 9 दिसंबर को हवन एवं पूर्णाहुति के साथ कथा का समापन किया जाएगा। इस
अवसर पर कृष्ण गोपाल शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, संतोष शर्मा, श्रीकांत
शर्मा, महेश शर्मा, यादवेंद्र शर्मा, जगबीर सिंह एडवोकेट, अशोक दुबे,
भारती गुप्ता, जगदीश शर्मा, मुकेश शर्मा एवं गौरव शर्मा सहित बड़ी संख्या
में भक्तगण और श्रोता मौजूद रहे।