की समीक्षा बैठक शनिवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित की गई। बैठक में
मनरेगा एवं राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन सहित अन्य योजनाओं में आवंटित
लक्ष्यों,लक्ष्यों के विरुद्व अब तक हुई प्रगति तथा भावी कार्य योजनाकी
समीक्षा की गई। इस मौके पर जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि
सरकार की मंशा गांव औरी गरीब के विकास की है। इसके लिए सरकार द्वारा कई
कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। हम सबको यह सुनिश्चित करना
होगा कि इन योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिले। उन्होंने कहा कि मनरेगा
में श्रमिकों की स्थिति के संबंध में ग्राम पंचायत वार आंकडे एकत्रित
करें। बैठक में आते समय यह पता होना चाहिए कि कौन सी ग्राम पंचायत किस
मामले में पिछड रही है। प्रगति के आधार पिछडी ग्राम पंचायतों की स्थिति
में सुधार के लिए विशेष कार्य योजना बनाएं। मनरेगा तथा ग्रामीण विकास में
कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस संबंध में शून्य प्रगति वाली
ग्राम पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश
दिए। बाडी पंचायत समिति में कामकाज में कोताही बरते जाने की शिकायत पर
उन्होंने बाडी के एटीओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। विकास अधिकारी
अपनी जिम्मेदारी समझें। लक्ष्यों में उपलब्धि अर्जित करने तथा कार्य
योजना बनाने में रिकार्ड में पिछले माह की प्रगति को अंकित करें। मनरेगा
तथा अन्य योजनाओं में धौलपुर जिले को अव्वल रखना है,इसलिए शत प्रतिशत
उपलब्धि अर्जित की जाए। उन्होंने कहा कि काम की प्रगति मीहने और पखवाडे
में भी नजर आनी चाहिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्याकारी अधिकारी
शिवचरन मीना ने जिले में संचालित मनरेगा तथा अन्य योजनाओं के संबंध में
विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मनरेगा में समय पर भुगतान,सौ दिन काम
तथा औसत कामकाज के बारे में मंथन कर अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
मनरेगा एवं राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन सहित अन्य योजनाओं में आवंटित
लक्ष्यों,लक्ष्यों के विरुद्व अब तक हुई प्रगति तथा भावी कार्य योजनाकी
समीक्षा की गई। इस मौके पर जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि
सरकार की मंशा गांव औरी गरीब के विकास की है। इसके लिए सरकार द्वारा कई
कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। हम सबको यह सुनिश्चित करना
होगा कि इन योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिले। उन्होंने कहा कि मनरेगा
में श्रमिकों की स्थिति के संबंध में ग्राम पंचायत वार आंकडे एकत्रित
करें। बैठक में आते समय यह पता होना चाहिए कि कौन सी ग्राम पंचायत किस
मामले में पिछड रही है। प्रगति के आधार पिछडी ग्राम पंचायतों की स्थिति
में सुधार के लिए विशेष कार्य योजना बनाएं। मनरेगा तथा ग्रामीण विकास में
कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस संबंध में शून्य प्रगति वाली
ग्राम पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश
दिए। बाडी पंचायत समिति में कामकाज में कोताही बरते जाने की शिकायत पर
उन्होंने बाडी के एटीओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। विकास अधिकारी
अपनी जिम्मेदारी समझें। लक्ष्यों में उपलब्धि अर्जित करने तथा कार्य
योजना बनाने में रिकार्ड में पिछले माह की प्रगति को अंकित करें। मनरेगा
तथा अन्य योजनाओं में धौलपुर जिले को अव्वल रखना है,इसलिए शत प्रतिशत
उपलब्धि अर्जित की जाए। उन्होंने कहा कि काम की प्रगति मीहने और पखवाडे
में भी नजर आनी चाहिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्याकारी अधिकारी
शिवचरन मीना ने जिले में संचालित मनरेगा तथा अन्य योजनाओं के संबंध में
विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मनरेगा में समय पर भुगतान,सौ दिन काम
तथा औसत कामकाज के बारे में मंथन कर अधिकारियों को निर्देश दिए गए।