धौलपुर में चंबल के अवैध रहता की तस्करी जारी कार्रवाई के नाम पर हो रही है खानापूर्ति

 




धौलपुर में चंबल रेता की तस्करी जारी,कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
विधायक कोली ने विधान सभा में उठाया था मामला,सुप्रीम कोर्ट ने लगा रखी
है रेता की निकासी पर रोक
-प्रदीप कुमार वर्मा
धौलपुर। धौलपुर जिले में चंबल क्षेत्र से रेता की अवैध तस्करी हो रही है।
रेता माफिया इस रेता को उत्तर प्रदेश तथा अन्य इलाकों में बेच रहा है।
चंबल रेता की रोकथाम के लिए गठित संयुक्त दल भी कार्रवाई के नाम पर
खानापूर्ति में जुटा हुआ है। संयुक्त कार्रवाई में एकाध केस बनाकर शासन
और सरकार को कार्रवाई का दिखावा किया जा रहा है। लेकिन हकीकत यह है कि
सैकडों ट्रक,डंपर और ट्रेक्टर ट्राली चंबल रेता की अवैध निकासी में लगे
हुए हैं। चंबल से रेता की निकासी के बारे में तत्कालीन बसेडी विधायक
सुखराम कोली इस मामले को राज्य विधान सभा में भी उठा चुके हैं। लेकिन
सरकार की सख्ती के बाद भी रेता की निकासी जारी है। इस मामले में
पुलिस,प्रशासन,वन विभाग तथा खनिज विभाग के प्रयास बौने साबित हो रहे हैं।
                चंबल से रेता की निकासी के कारण संरक्षित घडियाल क्षेत्र पर संकट के
बादल छा रहे हैं,वही रेत माफिया करोडों बना रहा है। डीएम और एसपी के स्तर
पर चंबल रेता की निकासी पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध
में प्रशासनिक स्तर पर आयोजित बैठकों में त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई
करने के निर्देश दिए जाते हैं। लेकिन चौकी और थाना स्तर पर इस मामले में
उदासीनता बरती जा रही है। इसके अलावा वन एवं खनिज विभाग की गंभीर
उदासीनता इस मामले में सामने आ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने चंबल इलाके में
संरक्षित घडियाल क्षेत्र से रेत की निकासी पर कई सालों से रोक लगा रखी
है। अदालत की रोक के बावजूद संगठित रेत माफिया द्वारा चंबल नदी से रेत की
निकासी जारी है।
                धौलपुर के मौरौली,घेर,भमरौली और राजघाट तथा राजाखेडा के समौना,गढी
टिडावली और दिहौली इलाके में कछियारा घाट से रेता की निकासी हो रही है।
वहीं, बाडी इलाके में बसई डांग क्षेत्र से भी चंबल रेता की निकासी होती
है। इसके अलावा मध्यप्रदेश के मुरैना जनपद के सरायछोला थाना इलाके के कई
घाटों से चंबल रेता की निकासी की जा रही है। मध्यप्रदेश से रेता लेकर भी
वाहन धौलपुर होकर ही आगरा और दूसरे शहरों को पंहुच रहे हैं। चंबल रेता
तस्करी के रास्ते में सागरपाडा चौकी,कोतवाली, गुलाब बाग चौराहा यातायात
पुलिस चैक पोस्ट,सदर थाना,मनियां पुलिस थाना तथा बरैठा पुलिस चौकी पडती
है। इसके अलावा धौलपुर से दिहौली होकर राजाखेडा तथा उत्तर प्रदेश के
शमसाबाद होकर भी चंबल रेता आगरा की मंडी तक पंहुचता है। लेकिन
पुलिस,परिवहन विभाग तथा वन विभाग का संयुक्त दल कार्रवाई के नाम पर इक्का
दुक्का वाहनों को बंद कर देता है।
                रेत की तस्करी में धौलपुर के कुछ प्राईवेट लोग शामिल हैं,जो पूरा रैकेट
हैंडल कर रहे हैं। इन्ही लोगों द्वारा ट्रकों और ट्रैक्टर ट्रालियों से
वसूली की जाती है,जिसे बाद में सभी लोगों में बांट दिया जाता है।
संरक्षित घडियाल क्षेत्र से चंबल रेता की निकासी होने के कारण इसकी रोक
का पहला जिम्मा वन विभाग का है। कहने को ता वन विभाग ने एक गश्ती दल का
गठन कर रखा है। लेकिन गश्ती दल में शामिल लोग शाम को एक चक्कर चंबल का
लगाकर वापस लौट आते हैं। इसके बाद आधी रात को चंबल रेता की निकासी का खेल
शुरू होता है। सैकडों ट्रक,डंपर,ट्रेक्टर ट्राली और छत को काट कर
कंटेनरों को भी चंबल रेता के परिवहन में काम में लाया जा रहा है। पुलिस
तथा अन्य ऐजेन्सियों से बचने के लिए ट्रकों को तिरपाल से ढककर रेता की
तस्करी की जा रही है।